
आगरा। आगरा के खेरिया हवाई अड्डे पर विमानों की सुरक्षा को देखते हुए नगर निगम ने एक विशेष अभियान चलाया है। इस अभियान के तहत हवाई अड्डे के परिसर से लगभग एक दर्जन बंदरों को पकड़ा गया है। इन सभी बंदरों को सुरक्षित रूप से रेस्क्यू सेंटर भेजा गया है, जहां प्राथमिक उपचार के बाद इन्हें छोड़ा जाएगा।
वायुसेना ने मंडलायुक्त के समक्ष उठाया था मुद्दा
यह कार्रवाई तब शुरू हुई जब वायुसेना के अधिकारियों ने हाल ही में मंडलायुक्त शैलेंद्र कुमार सिंह के साथ हुई बैठक में हवाई अड्डे पर बंदरों और आवारा कुत्तों की मौजूदगी से होने वाले खतरे के बारे में बताया। इस मामले की गंभीरता को समझते हुए मंडलायुक्त ने नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल को तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
पशु कल्याण अधिकारी डॉ. अजय कुमार सिंह के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई, जिसने अभियान चलाकर इन बंदरों को पकड़ा। अधिकारियों ने बताया कि भविष्य में भी नियमित रूप से निगरानी रखी जाएगी ताकि हवाई पट्टी के आसपास किसी भी तरह का खतरा न हो।

कूड़े के कारण बढ़ रहा बर्ड एक्टिविटी का खतरा
एयरोड्रम पर्यावरण प्रबंधन समिति की बैठक में यह भी बताया गया था कि आगरा-कोटा और आगरा-जयपुर रेलवे ट्रैक के पास भी काफी गंदगी है। साथ ही, एयरफोर्स की बाउंड्री के किनारे भी कई अवैध डलावघर बन गए हैं। इन जगहों पर खुले में पड़े कूड़े की वजह से बर्ड एक्टिविटी बढ़ रही है, जो विमानों के लिए एक बड़ा खतरा है।
मंडलायुक्त ने नगर निगम को निर्देश दिए हैं कि सभी अवैध डलावघरों को तुरंत हटाया जाए, कूड़ा उठाया जाए और रेलवे ट्रैक के आसपास नियमित सफाई की जाए। साथ ही, लोगों से डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन का पालन करने की अपील भी की गई है, ताकि लोग खुले में कूड़ा न फेंकें।