आगरा। आगरा में धर्मांतरण के एक मामले में पकड़े गए 12वीं फेल रहमान कुरैशी से पूछताछ में जो चौंकाने वाले राज सामने आए हैं, उसने खुफिया एजेंसियों के भी कान खड़े कर दिए हैं। रहमान के तार सीधे पाकिस्तान से जुड़े निकले हैं! वह पाकिस्तान के इन्फ्लुएंसर्स के संपर्क में था और अपने यूट्यूब चैनल ‘द सुन्नाह’ पर विदेशी लोगों के वीडियो भी अपलोड किया करता था। पुलिस को शक है कि वह रेकी भी कर रहा था, और अब उससे राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) और इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) भी गहन पूछताछ कर रही हैं।
डार्क वेब का इस्तेमाल, लाखों फॉलोअर्स और प्रोग्रामिंग का ज्ञान
शाहगंज के सराय ख्वाजा का रहने वाला रहमान कुरैशी मूल रूप से किरावली का निवासी है। पुलिस ने उसे धर्मांतरण गिरोह के सदस्य के रूप में पकड़ा था। पता चला है कि वह आगरा की सगी बहनों से ऑनलाइन जुड़ा हुआ था। प्रारंभिक पूछताछ में पुलिस को यह भी जानकारी मिली थी कि वह डार्क वेब का इस्तेमाल करता है।
रहमान का यूट्यूब चैनल ‘द सुन्नाह’ भी है, जिसके 1.59 लाख से अधिक फॉलोअर्स हैं। जब पुलिस ने उसका लैपटॉप खंगाला, तो पाकिस्तान से उसके तार जुड़े होने के सुराग मिले हैं, जिससे उसकी मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। पुलिस के अनुसार, रहमान कुरैशी कंप्यूटर की कई प्रोग्रामिंग भाषाएं जानता है और सॉफ्टवेयर भी बना सकता है।
फर्जी सर्टिफिकेट और विदेशी पेमेंट का एंगल
जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि रहमान ने आगरा के एक इंस्टीट्यूट से फर्जी प्रमाण पत्र भी बनवाया था। पुलिस अब उस संस्थान के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज करने की तैयारी कर रही है। उसके लैपटॉप की जांच से विदेशी करेंसी और क्रिप्टोकरंसी में भुगतान के सुराग भी मिले हैं, जिससे मनी लॉन्ड्रिंग या अन्य अवैध गतिविधियों का शक गहरा रहा है।
पुलिस आयुक्त दीपक कुमार ने बताया कि खुफिया एजेंसियां रहमान कुरैशी से यह जानने का प्रयास कर रही हैं कि वह पाकिस्तान में किस-किससे जुड़ा हुआ था और पाकिस्तान के लोगों से संपर्क के पीछे उसका असली मकसद क्या था। उसकी पिछले एक साल की कॉल डिटेल भी खंगाली जा रही है। व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम से भी उसके अकाउंट की डिटेल मांगी जा रही है। उसके लैपटॉप और मोबाइल को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा जा सकता है। पुलिस यह भी पता लगा रही है कि आगरा में रहमान कुरैशी किस-किसके संपर्क में था और किस इलाके में उसका मूवमेंट ज्यादा रहता था। उसके पिछले कुछ महीनों का मूवमेंट गूगल मैप से भी निकाला जा रहा है।

































































































