Agra News यौन शोषण के आरोपी, डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के निलंबित प्रोफेसर गौतम जैसवार को पुलिस ने प्रयागराज के नैनी स्थित हॉस्टल से गिरफ्तार किया। शादी का झांसा देकर शारीरिक शोषण का आरोप। गिरफ्तारी से बचने हाईकोर्ट जाने की तैयारी में था
प्रयागराज के नैनी स्थित हॉस्टल से सादे कपड़ों में पहुंची पुलिस ने दबोचा; हाईकोर्ट से स्टे लेने की तैयारी में था आरोपी, कोर्ट ने भेजा जेल
आगरा के डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय से जुड़े एक सनसनीखेज यौन शोषण मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। खंदारी कैंपस स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ बेसिक साइंस के रसायन विज्ञान विभाग में तैनात और बाद में निलंबित किए गए प्रोफेसर गौतम जैसवार को शुक्रवार को पुलिस ने प्रयागराज के नैनी स्थित एक हॉस्टल से गिरफ्तार कर लिया।
प्रोफेसर गौतम जैसवार पर विश्वविद्यालय की एक शोध छात्रा ने शादी का झांसा देकर यौन शोषण करने, मारपीट और जान से मारने की धमकी देने का गंभीर आरोप लगाया था।
क्या है शोध छात्रा का आरोप?
डीसीपी सिटी सैयद अली अब्बास के अनुसार, पीड़ित शोध छात्रा विश्वविद्यालय से पीएचडी कर रही है और प्रो. गौतम जैसवार उसका को-गाइड था।
- शादी का झांसा: आरोप है कि प्रोफेसर ने शादीशुदा होने के बावजूद छात्रा से नजदीकी बढ़ा ली और शादी का झांसा देकर उसका शारीरिक शोषण करने लगा।
- शारीरिक शोषण: आरोपी प्रोफेसर उसे मध्य प्रदेश के खजुराहो और मथुरा के बरसाना भी लेकर गया, जहाँ होटलों में रुककर शारीरिक संबंध बनाए।
- झूठे वादे: जब पीड़िता ने शादी की बात कही, तो प्रोफेसर ने उसे पीएचडी पूरी करने को कहा और कुलपति बन जाने पर नौकरी देने का भी झांसा दिया।
- धमकी: पीड़िता जब अपने किराये के मकान में रहती थी, तो आरोपी उसे रविवार को कार्यालय में बुलाता था। शादी का दबाव बनाने पर आरोपी ने मारपीट करते हुए जान से मारने की धमकी दी।
पुलिस कार्रवाई और गिरफ्तारी
छात्रा की शिकायत पर न्यू आगरा थाने में पुलिस ने 26 अक्तूबर को आरोपी प्रोफेसर के विरुद्ध केस दर्ज किया था।
- साक्ष्य संकलन: पुलिस ने पीड़िता के कोर्ट में बयान दर्ज कराए थे और जिन होटलों में दोनों रुके थे, वहाँ से भी साक्ष्य संकलन किया गया।
- निलंबन: मामले की गंभीरता को देखते हुए कुलपति प्रो. आशु रानी ने एक समिति गठित की, जिसकी रिपोर्ट के आधार पर आरोपी प्रोफेसर को निलंबित कर दिया गया था।
- फरार आरोपी: केस दर्ज होने और छात्र संगठनों के प्रदर्शन के एलान के बाद आरोपी प्रोफेसर आगरा से प्रयागराज भाग गया था।
छात्र बनकर हॉस्टल पहुंची पुलिस
डीसीपी सिटी ने बताया कि आरोपी की गिरफ्तारी के लिए कई टीमें लगाई गई थीं।
- लोकेशन: आरोपी की लोकेशन प्रयागराज पता चली, जिसके बाद वहाँ अलग-अलग टीमें भेजी गईं।
- गुप्त अभियान: पुलिसकर्मी सादे कपड़ों में छात्र बनकर हॉस्टल में पहुँचे और जानकारी जुटाई।
- गिरफ्तारी: जानकारी पक्की होने पर दबिश दी गई और आरोपी नैनी के संगम होटल के पास एक हॉस्टल के कमरे में मिल गया।
- न्यायिक प्रक्रिया: गिरफ्तार करने के बाद उसे आगरा लाया गया और कोर्ट में पेश किया गया, जहाँ से उसे जेल भेज दिया गया।
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तारी से बचने के लिए प्रोफेसर हाईकोर्ट से स्टे लेने के लिए अधिवक्ताओं के संपर्क में था और उसने अपना पुराना मोबाइल बदल दिया था और एक नया सिम इस्तेमाल कर रहा था। पुलिस अब उसके व्हाट्सएप चैट निकलवाएगी। कोर्ट परिसर में आरोपी के परिजन भी आए थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें मिलने नहीं दिया।
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