Agra News छावनी परिषद के विवादित बंगला नंबर 23 (हेस्टिंग रोड) पर कब्जा करने पहुँचे पूर्व सांसद प्रभुदयाल कठेरिया को सिख समाज के विरोध के कारण बैरंग लौटना पड़ा। गुरुद्वारा गुरु के ताल ट्रस्ट ने पुलिस आयुक्त से शिकायत की, जिन्होंने LIU से रिपोर्ट मांगी है।
आगरा के सदर क्षेत्र में स्थित छावनी परिषद के विवादित बंगला नंबर 23 (हेस्टिंग रोड) को लेकर गुरुद्वारा गुरु के ताल और पूर्व सांसद प्रभुदयाल कठेरिया के बीच चल रहा विवाद गुरुवार को उस समय बढ़ गया, जब पूर्व सांसद कब्जे के इरादे से वहाँ पहुँचे। सिख समाज के विरोध के कारण उन्हें अपना सामान लेकर बैरंग लौटना पड़ा।
इस मामले की शिकायत को लेकर शनिवार को सिख समाज के प्रतिनिधिमण्डल ने पुलिस आयुक्त (Police Commissioner) से मुलाकात की, जिन्होंने मामले की गंभीरता को देखते हुए एलआईयू (LIU) से रिपोर्ट मांगी है।
ट्रस्ट ने पुलिस आयुक्त से की लिखित शिकायत
गुरुद्वारा गुरु के ताल के संत राजेंद्र सिंह ने शनिवार को पुलिस आयुक्त से लिखित शिकायत की।
- संपत्ति का स्वामित्व: उन्होंने शिकायत में बताया कि बंगला नंबर 23, हेस्टिंग रोड का स्वामित्व गुरु तेग बहादुर चैरिटेबल ट्रस्ट के नाम है। ट्रस्ट ने उन्हें उस संपत्ति की देखरेख के लिए अधिकार दिए हैं।
- कैसे हुआ कब्जा: संत राजेंद्र सिंह ने आरोप लगाया कि पूर्व में इस बंगले के सर्वेंट क्वार्टर में पंजाबी समाज की सुनीता लूथरा को ट्रस्ट ने मौखिक रूप से रहने की सहमति दी थी। अब सुनीता लूथरा ने गलत तरीके से, बिना किसी अधिकार के, सर्वेंट क्वार्टर को प्रभु दयाल कठेरिया को रहने के लिए दे दिया है।
- पूर्व सांसद का दखल: पूर्व सांसद ने सर्वेंट क्वार्टर में अपना कर्मचारी रखकर कब्जा कर लिया।
गुरुवार रात हुआ विरोध
विवाद उस समय चरम पर पहुँच गया जब गुरुवार रात 10:00 बजे पूर्व सांसद प्रभु दयाल कठेरिया पूरे बंगले में सामान रखने के लिए दो ट्रकों में सामान लेकर पहुँचे थे।
- सिख समाज का जुटान: गुरुद्वारा गुरु का ताल के पदाधिकारियों को इसकी जानकारी हो गई। इसके बाद बड़ी संख्या में सिख समाज के लोग तुरंत वहाँ पहुँच गए।
- विरोध के बाद वापसी: सिख समाज के कड़े विरोध को देखते हुए, रात 10:30 बजे पूर्व सांसद वहाँ से सामान को लेकर वापस चले गए।
पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई
सिख समाज के प्रतिनिधिमण्डल ने शनिवार दोपहर पुलिस आयुक्त से इस मामले की शिकायत की।
- पुलिस आयुक्त का बयान: पुलिस आयुक्त दीपक कुमार ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए एलआईयू (LIU) से रिपोर्ट मांगी गई है और मामले की जाँच की जा रही है।
- छावनी परिषद का रुख: वहीं, छावनी परिषद के जनसंपर्क अधिकारी कुलविंदर सिंह का कहना है कि अभी तक इस मामले की कोई शिकायत उन्हें नहीं मिली है।
सिख समाज ने मांग की है कि ट्रस्ट की संपत्ति पर अवैध रूप से कब्जा करने की कोशिश करने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए।
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