Agra News राज्य कर विभाग ने लोहामंडी थाने में 7 फर्मों के मालिकों पर फर्जी पंजीकरण और ITC के जरिए करोड़ों की टैक्स चोरी का मुकदमा दर्ज कराया है। दीपक सोनी, अंकित कुमार, शिव प्रताप, आकाश, दीपक सिंह और लव कुश समेत कई आरोपी हैं। पुलिस ने जांच शुरू की
आगरा में फर्जी दस्तावेजों के सहारे करोड़ों रुपये की टैक्स चोरी का बड़ा मामला सामने आया है। राज्य कर विभाग (State Tax Department) ने विभागीय जांच के बाद पाया कि शहर के कई स्थानों पर कागजों में कारोबार दिखाकर इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) के नाम पर सरकारी राजस्व को भारी नुकसान पहुँचाया गया है।
इस मामले में राज्य कर विभाग ने लोहामंडी थाने में अलग-अलग दो मुकदमे दर्ज कराए हैं, जिनमें सात फर्मों के मालिकों को आरोपी बनाया गया है।
फर्जीवाड़ा और करोड़ों का लेनदेन
राज्य कर विभाग के अधिकारी अतुल कुमार और प्रशांत कुमार गौतम ने अलग-अलग शिकायतें दर्ज कराई हैं। शिकायत में आरोप लगाया गया है कि विभागीय स्तर पर विभिन्न फर्मों की जांच की गई, जिसमें बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा सामने आया।
जांच में जिन प्रमुख फर्मों और उनके संचालकों के नाम सामने आए हैं, वे इस प्रकार हैं:
| फर्म का नाम | कथित संचालक का नाम | पता/स्थान |
| ओम ट्रेडर्स | दीपक सोनी | पुनिया पारे |
| श्रीराम ट्रेडर्स | संदीप | पुनिया पारे |
| आर एस ट्रेडर्स | अंकित कुमार | एम जी रोड |
| बालाजी ट्रेडर्स | शिवप्रताप | बेलनगंज |
| आकाश ट्रेडर्स | आकाश | आरामबाग लाइफ लाइन हॉस्पिटल के पास |
| सिंह ट्रेडर्स | दीपक सिंह | स्थान अज्ञात |
| पीके ट्रेडर्स | लवकुश | कछपुरा |
टैक्स चोरी का तरीका
इन सभी फर्मों ने कागजों पर करोड़ों रुपये का कारोबारी लेनदेन दिखाया। इस फर्जी लेनदेन का उपयोग इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) के रूप में गलत दावा करने के लिए किया गया।
- राजस्व को नुकसान: फर्जी बिलों और लेनदेनों के आधार पर ITC के नाम पर करोड़ों रुपये हड़प कर सरकारी राजस्व को भारी नुकसान पहुँचाया गया।
- फर्जी दस्तावेज: विभागीय अधिकारियों ने जब फर्मों के पंजीकरण से जुड़े दस्तावेजों की जाँच की, तो पता चला कि पंजीकरण कराने के लिए भी फर्जी दस्तावेज लगाए गए थे।
पुलिस ने शुरू की जांच
फर्जीवाड़े की बात सामने आने पर राज्य कर विभाग के अफसरों ने अपने आला अधिकारियों को सूचना दी, जिसके निर्देश के बाद पुलिस से शिकायत की गई।
- डीसीपी सिटी का बयान: डीसीपी सिटी सैयद अली अब्बास ने बताया कि राज्य कर विभाग की शिकायत पर केस दर्ज किए गए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य कर विभाग द्वारा प्रदान किए गए सभी दस्तावेजों के आधार पर फर्म चालकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और पुलिस ने मामले की गहन जाँच शुरू कर दी है।
इस खुलासे से आगरा में फर्जी बिलिंग और टैक्स चोरी के बड़े रैकेट के सक्रिय होने की आशंका जताई जा रही है, जिस पर पुलिस और राज्य कर विभाग मिलकर काम कर रहे हैं।
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