Agra News दिवाली की खुशियों के बीच रविवार की शाम एक दर्दनाक हादसा हो गया। थाना जगदीशपुरा क्षेत्र के किशोरपुरा गली नंबर 5 में सोमवार शाम करीब 7 बजे एक घर में गैस सिलेंडर फटने से दो मंजिला मकान और नीचे की दुकान पूरी तरह ध्वस्त हो गई। धमाका इतना तेज था कि आसपास की गलियों में अफरा-तफरी मच गई।
धमाके से दहला इलाका, छह लोग घायल
धमाके के बाद मकान का मलबा गिरने से छह लोग घायल हो गए। स्थानीय लोगों और पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर घायलों को मलबे से बाहर निकाला और एस.एन. मेडिकल कॉलेज भेजा। चार लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। हादसे के समय मकान के नीचे नाई की दुकान में ग्राहक मौजूद थे जो मलबे में दब गए। घायलों में विवेक (20) पुत्र सर्वेश, अमन (27) और केशव (34) शामिल हैं।
स्थानीय पार्षद का दावा—7 सिलेंडर फटे
स्थानीय पार्षद के अनुसार, धमाके के बाद लगातार कई धमाके सुनाई दिए। अनुमान है कि करीब 7 सिलेंडर फटने से यह हादसा हुआ। पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीमों ने मौके पर पहुंचकर घंटों तक मलबा हटाने का कार्य किया।
परिवार ने लगाया गंभीर आरोप—गंधक पोटाश का व्यापार चल रहा था
घायल केसी के परिवार ने आरोप लगाया है कि मकान में दिवाली के दौरान बम और बड़ी मात्रा में गंधक व पोटाश का अवैध भंडारण किया गया था। उनके अनुसार हादसा सिलेंडर से नहीं, बल्कि इन्हीं विस्फोटक पदार्थों से हुआ है। परिवार ने कहा कि प्रशासन इस बात को छिपाने की कोशिश कर रहा है।
पत्नी रेनू का रो-रो कर बुरा हाल
घायल केसी की पत्नी रेनू हादसे की सूचना मिलते ही बेसुध हो गईं। वह गर्भवती हैं और उनके दो छोटे बच्चे हैं। पति की हालत गंभीर होने की खबर सुनते ही उनका रो-रोकर बुरा हाल है। परिवार का कहना है कि हादसे की सही जांच होनी चाहिए ताकि दोषी बच न सके।
स्थानीय लोग बोले—पुलिस सच्चाई छुपा रही है
मौके पर मौजूद लोगों ने आरोप लगाया कि मकान मालिक रामजी लाल लंबे समय से गंधक पोटाश का कारोबार करते थे और कई बार लोगों ने उन्हें मना भी किया था। घटना के बाद जब पुलिस ने सिलेंडर को कंबल में लपेटकर ले जाया, तो लोगों ने सवाल उठाए कि आखिर इसे इस तरह क्यों ले जाया गया? क्या पुलिस असली वजह छुपाने की कोशिश कर रही है?
कंबल में लिपटा सिलेंडर बना सवाल
सोशल मीडिया पर भी यह तस्वीर वायरल हो रही है जिसमें पुलिसकर्मी सिलेंडर को कंबल में लपेटकर बाहर ले जाते दिखे। लोगों का कहना है कि यह हादसा सिर्फ सिलेंडर फटने का नहीं, बल्कि लापरवाही का नतीजा है।
पुलिस ने जांच शुरू की, फॉरेंसिक टीम मौके पर
पुलिस ने घटनास्थल को सील कर दिया है और फॉरेंसिक टीम को जांच के लिए बुलाया गया है। अधिकारी हादसे के वास्तविक कारण का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं। घायल सभी लोगों का इलाज एस.एन. मेडिकल कॉलेज में चल रहा है।
स्थानीय लोगों में डर और आक्रोश
घटना के बाद से इलाके में दहशत का माहौल है। लोग डरे हुए हैं और प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। वहीं प्रशासन का कहना है कि जांच पूरी होने के बाद दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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