AGRA: आगरा के हरीपर्वत में जैन पाठशालाओं का भव्य सम्मेलन धार्मिक उल्लास में संपन्न हुआ। मुनिश्री सौम्य सागर जी ने बालकों को नैतिक शिक्षा का महत्व बताया।
Agra News Today आगरा के हृदय स्थल हरीपर्वत स्थित एम.डी. जैन इंटर कॉलेज के आचार्य शांति सागर सभागार में रविवार, 5 अक्टूबर को जैन पाठशालाओं का एक भव्य सम्मेलन धार्मिक उल्लास और गरिमामय वातावरण में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। आगरा दिगंबर जैन परिषद के तत्वावधान में आयोजित इस महत्वपूर्ण आयोजन में नगर की सभी जैन पाठशालाओं के शिक्षक, बड़ी संख्या में विद्यार्थी और उनके अभिभावक उत्साहपूर्वक सम्मिलित हुए। इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य बच्चों में जैन संस्कृति और नैतिक मूल्यों को मजबूत करना था, ताकि नई पीढ़ी आध्यात्मिक संस्कारों को जीवन का आधार बना सके।

मुनिश्री का मंगल सान्निध्य और प्रवचन
कार्यक्रम का शुभारंभ परम पूज्य मुनिश्री सौम्य सागर जी महाराज एवं मुनि श्री निश्चल सागर जी महाराज के मंगल सान्निध्य में किया गया। मुनिश्री के आगमन से सभागार का वातावरण आध्यात्मिक ऊर्जा से भर उठा।
मुनिश्री सौम्य सागर जी महाराज ने अपने मंगल प्रवचन में बालकों को संबोधित करते हुए कहा कि आज के भौतिकवादी युग में बच्चों के लिए जैन संस्कृति के आचार-विचार एवं नैतिक शिक्षा का ज्ञान अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने पाठशाला के माध्यम से मिलने वाले आध्यात्मिक संस्कारों को ही जीवन का सच्चा आधार बताया। उन्होंने बल देते हुए कहा कि केवल भौतिक शिक्षा से जीवन संपूर्ण नहीं होता, बल्कि धर्म और नैतिकता ही चरित्र निर्माण का मूल मंत्र हैं। मुनिश्री ने अभिभावकों से भी अपील की कि वे अपने बच्चों को नियमित रूप से पाठशाला भेजकर उनके नैतिक विकास में सहयोग करें।
सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से गूंजा सभागार
सम्मेलन के दौरान प्रत्येक पाठशाला ने अपनी-अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। बच्चों ने मंच पर तीन-तीन मिनट की मनमोहक प्रस्तुतियाँ दीं, जिनमें धार्मिक नृत्य, भक्ति गीत, समूहगान और प्रेरक भाषण शामिल रहे। बच्चों की अद्भुत प्रस्तुतियों ने सभागार में उपस्थित हज़ारों लोगों का मन मोह लिया और तालियों की गड़गड़ाहट से हॉल गूंज उठा। इस दौरान पूरा सभागार जय जय गुरुदेव और नमो अरिहंताणं के पवित्र स्वरों से गुंजायमान हो गया, जो बच्चों में धर्म के प्रति गहरी आस्था को दर्शाता है। परिषद के पदाधिकारियों ने बच्चों की सक्रिय सहभागिता और शिक्षकों के मार्गदर्शन की सराहना की।
भव्य शोभायात्रा और पुरस्कार वितरण
सांस्कृतिक कार्यक्रमों के समापन के पश्चात् सभी पाठशालाओं के विद्यार्थियों ने नगर में एक भव्य शोभायात्रा निकाली। यह शोभायात्रा धार्मिक झाँकियों, बैनरों और भक्ति नारों के साथ निकाली गई, जिसने पूरे वातावरण को मंगलमय और धर्ममय बना दिया। शोभायात्रा में बच्चों का उत्साह देखते ही बनता था, जो जैन धर्म के संदेश को जन-जन तक पहुँचाने का कार्य कर रहे थे।
परिषद की ओर से कार्यक्रम में सहभागिता करने वाले सभी विद्यार्थियों को आकर्षक पुरस्कार एवं प्रमाणपत्र प्रदान किए गए। परिषद के पदाधिकारियों ने इस अवसर पर कहा कि इस तरह के आयोजन न केवल बच्चों में आत्मविश्वास और सामाजिकता की भावना को बढ़ाते हैं, बल्कि ये जैन समाज की समृद्ध संस्कृति और अहिंसा के संदेश को भी नई पीढ़ी तक सफलतापूर्वक पहुँचाने का कार्य करते हैं। यह सम्मेलन आगरा में धार्मिक शिक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ है।
उपस्थित पदाधिकारीगण
इस भव्य आयोजन को सफल बनाने में आगरा दिगंबर जैन परिषद के सभी पदाधिकारी और सदस्य बड़ी संख्या में मौजूद रहे, जिनमें निम्नलिखित प्रमुख थे:
जगदीश प्रसाद जैन, मनीष जैन, जितेंद्र जैन, राकेश जैन पर्दे वाले, विमल जैन, दीपक जैन, लवली जैन, अनिल रईस, नरेश लुहाड़िया, मनोज जैन बल्लो, सतेन्द्र जैन साहूला, राजेंद्र जैन एडवोकेट, रमेश जैन, विशाल जैन, सुभाष जैन, अनुज जैन क्रांति, मनीष जैन लवली, सुबोध पाटनी, कुमार मंगलम, दीपक जैन बोतल वाले, राजेश जैन, राहुल जैन और समस्त आगरा दिगंबर जैन परिषद के पदाधिकारी।
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