Agra News जिला अस्पताल में DM को रेडियो डायग्नोसिस विभाग बंद मिला। रेडियोलॉजिस्ट छुट्टी पर हैं, अल्ट्रासाउंड मशीन खराब है। डीएम ने पीएमएस को फटकार लगाते हुए इंटीग्रेटेड लैब का काम अधूरा होने पर कार्यदायी संस्था को भी तलब किया है।
रेडियोलॉजिस्ट छुट्टी पर, अल्ट्रासाउंड मशीन खराब; डीएम ने इंटीग्रेटेड लैब का कार्य अधूरा होने पर कार्यदायी संस्था को भी तलब किया
Agra News जिला अस्पताल में शनिवार दोपहर उस समय हड़कंप मच गया, जब जिलाधिकारी (डीएम) अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने अचानक निरीक्षण किया। डीएम सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर मरीजों को फल वितरित करने के बाद महिला वार्ड, इमरजेंसी समेत पूरे परिसर का एक घंटे से अधिक समय तक निरीक्षण करते रहे और मरीजों से सेवाओं का हाल जाना।
डीएम जब करीब 12:30 बजे रेडियो डायग्नोसिस विभाग पहुँचे, तो वहाँ की गंभीर अव्यवस्थाएं देखकर वह नाराज हो गए। उन्हें वहाँ एक्सरे, सीटी स्कैन और अल्ट्रासाउंड कक्ष खाली मिले, जबकि बाहर मरीजों की लंबी कतार लगी थी।
जाँचें ठप, वैकल्पिक व्यवस्था न होने पर नाराजगी
डीएम को पता चला कि विभाग में जाँच और इलाज लगभग ठप है।
- रेडियोलॉजिस्ट की कमी: प्रमुख अधीक्षक डॉ. राजेंद्र अरोड़ा ने डीएम को बताया कि रेडियोलॉजिस्ट डॉ. आरबी सिंह का एक्सीडेंट हो गया है, जबकि संविदा पर कार्यरत डॉ. सीमा मेहरा 10 दिन की छुट्टी पर हैं।
- मशीन खराब: अल्ट्रासाउंड कक्ष के गेट पर ‘मशीन खराब’ का नोटिस भी चस्पा था, जिसे डीएम के आने से पहले हटा दिया गया था। हालांकि, मरीजों ने डीएम से मशीन खराब होने की शिकायत की।
- डीएम की फटकार: यह सुनकर डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी नाराज हो गए। उन्होंने विशेषज्ञ नहीं होने पर वैकल्पिक व्यवस्था नहीं करने के लिए प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक को जमकर फटकार लगाई और रिपोर्ट तलब की है।
- निर्देश: डीएम ने सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव को भी तत्काल रेडियोलॉजिस्ट की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं।
मेडिको लीगल और अन्य मरीज परेशान
रेडियो डायग्नोसिस विभाग में जाँच ठप होने से मरीजों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। इस विभाग में प्रतिदिन 500-600 मरीज जाँच के लिए आते हैं, जिनमें 250 से अधिक डिजिटल एक्सरे के लिए, 80-100 अल्ट्रासाउंड के लिए, 10-15 सीटी स्कैन के लिए और 30-40 मरीज मेडिको लीगल एक्सरे के लिए आते हैं।
- मजबूरी: गंगा देवी और रिमसा जैसी मरीजों ने अपना दर्द बयां करते हुए बताया कि मशीन खराब होने के कारण उन्हें निजी सेंटरों पर जाँच कराने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
इंटीग्रेटेड लैब शुरू न होने पर कार्यदायी संस्था तलब
डीएम ने परिसर का निरीक्षण करते हुए 82 लाख रुपये खर्च कर तैयार की गई इंटीग्रेटेड सेंट्रल लैब को भी देखा, जो अभी तक शुरू नहीं हो सकी है। इस लैब के शुरू होने से मरीजों को 120 तरह की और जाँचों की सुविधा मिल सकती है।
- प्रमुख अधीक्षक ने बताया कि कार्यदायी संस्था की ढिलाई के कारण लैब की छत संबंधी कार्य अधूरा है और बार-बार नोटिस देने पर भी काम पूरा नहीं हुआ।
- डीएम का एक्शन: इस पर डीएम ने कार्यदायी संस्था को तलब किया है और प्रमुख अधीक्षक से रिपोर्ट मांगी है।
- अन्य निर्देश: इसके अलावा, डॉ. सीपी पाल का तबादला होने के बाद उनके आवास को किसी अन्य चिकित्सक को आवंटित करने या वहाँ कैंटीन शुरू करवाने के निर्देश दिए गए।
डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने स्पष्ट कहा है कि मशीन खराब होने और रेडियोलॉजिस्ट के छुट्टी पर होने से बंद सेवाओं के लिए वैकल्पिक व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
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