Agra News आगरा के विकास कार्यों और सिंचाई व्यवस्था की समीक्षा के लिए मंगलवार को जिला पंचायत सभागार में महत्वपूर्ण ‘सिंचाई बन्धु’ की बैठक आयोजित हुई। इसकी अध्यक्षता जिला पंचायत अध्यक्ष मंजू भदौरिया ने की। बैठक में अध्यक्ष ने विभागों द्वारा मांगी जाने वाली सूचनाएं उपलब्ध कराने में हो रही देरी पर गहरी नाराजगी जताई। उन्होंने साफ निर्देश दिए कि अब से कोई भी सूचना मांगे जाने पर 8 दिन के अंदर उपलब्ध कराई जाए, अन्यथा संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यह सख्त निर्देश सरकारी कार्यों में तेजी लाने की अध्यक्ष की मंशा को दर्शाता है।

ककरारी माइनर और नहर सेवा मार्ग पर सवाल
सिंचाई बन्धु की बैठक में मंजू भदौरिया ने सबसे पहले ककरारी माइनर बड़ी नहर से लेकर गढ़ी रद्द तक सेवा मार्ग को पक्का कराने के अधूरे निर्देशों पर सवाल किया। उन्होंने पूछा कि निर्देश पूरा क्यों नहीं किया गया। जवाब में, सहायक अभियंता (एई) ने बताया कि यह सेवा मार्ग उनके विभाग के परिक्षेत्र में नहीं आता है।
इस पर अध्यक्ष ने नहर का नक्शा, मार्ग का फोटो एवं वीडियो उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह के विकास कार्यों में केवल विभागीय सीमाएं न देखते हुए, संबंधित विभाग से तालमेल बिठाकर काम किया जाए ताकि परियोजनाएं पूरी हो सकें।
79 नहरों की सिल्ट सफाई और जियोटैगिंग अनिवार्य
बैठक में आगामी रबी फसल वर्ष 2025-26 की तैयारियों पर भी चर्चा हुई। सहायक अभियंता ने जानकारी दी कि आगरा की रबी 1433 फसली वर्ष के लिए 79 नहरों की सिल्ट सफाई का कार्य जल्द ही अनुबंध करके शुरू कर दिया जाएगा।
कार्यों में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए अध्यक्ष मंजू भदौरिया ने एक महत्वपूर्ण निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि पूरे काम का एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया जाए और सिल्ट सफाई के काम के वीडियो और ‘जियोटैगिंग’ वाले फोटोग्राफ सभी संबंधित अधिकारियों के साथ शेयर किए जाएं। इससे कार्यस्थल और कार्य की स्थिति को वास्तविक समय में ट्रैक किया जा सकेगा। उन्होंने उपस्थित एई के रूप चार्ट तैयार होकर उपलब्ध न कराने पर भी गंभीर नाराजगी व्यक्त की।
ताज बैराज पर दिल्ली में हुई बैठक, NOC का प्रयास जारी
सिंचाई बन्धु की बैठक में एक अन्य महत्वपूर्ण विषय ताज बैराज निर्माण खंड पर भी अपडेट दिया गया। ताज बैराज निर्माण खंड आगरा से मौजूद एई ने बताया कि ताज बैराज को बनाने के लिए भारतीय पुरातत्व विभाग (ASI) एवं सिंचाई विभाग के साथ ‘इंपैक्ट ऑन फाउंडेशन एंड स्ट्रक्चरल इंटेग्रिटी ऑफ ताज महल’ संबंधी स्टडी रिपोर्ट के लिए दिल्ली में एक बैठक हुई।
अधिकारी ने बताया कि दिल्ली में दिए गए निर्देशों का पालन किया जा रहा है और वे राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (NMCG) से अंतिम अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) लेने के प्रयासों में जुटे हुए हैं। ताज बैराज का निर्माण आगरा के पर्यटन और जल स्तर के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, लेकिन एएसआई की चिंताओं के कारण इसमें विलंब हो रहा है। एडीए और सिंचाई विभाग जल्द ही सभी औपचारिकताओं को पूरा करके परियोजना को आगे बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं।
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