Agra News पुलिस कमिश्नरेट ने भ्रष्टाचार विरोधी हेल्पलाइन पर मिली शिकायतों के बाद इंस्पेक्टर समेत 6 पुलिसकर्मियों को निलंबित किया। यह कार्रवाई निरंतर चलेगी।
Agra News Today आगरा पुलिस कमिश्नरेट में भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिए शुरू की गई भ्रष्टाचार विरोधी हेल्पलाइन नंबर 7839860813 पर पुलिसकर्मियों के खिलाफ शिकायतों की संख्या तेज़ी से बढ़ रही है। इन शिकायतों पर तत्काल और कठोर कार्रवाई करते हुए, पुलिस आयुक्त दीपक कुमार ने सोमवार को पहली बड़ी कार्रवाई की। उन्होंने एक इंस्पेक्टर, दो दरोगा, और तीन सिपाहियों को निलंबित कर दिया। वहीं, पीआरवी में तैनात दो सिपाहियों को लाइन हाजिर किया गया है। पुलिस आयुक्त की इस कार्रवाई से कमिश्नरेट में हड़कंप मच गया है।
कमिश्नर की सख्ती: जेल भेजने की चेतावनी
पुलिस आयुक्त दीपक कुमार ने स्पष्ट किया है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ यह कार्रवाई निरंतर चलती रहेगी। हेल्पलाइन नंबर पर पासपोर्ट सत्यापन से लेकर विवेचना में रुपये मांगने तक की गंभीर शिकायतें प्राप्त हुई थीं।
पुलिस आयुक्त ने बताया कि सभी शिकायतों का सत्यापन डीसीपी स्तर के अधिकारी से बारीकी से कराया जा रहा है। उन्होंने कहा, “जिन लोगों के खिलाफ साक्ष्य मिल रहे हैं, उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जा रही है।” कमिश्नर ने सख्त चेतावनी दी कि घूस मांगने के मामलों में पुलिसकर्मियों के खिलाफ प्रारंभिक जांच के बाद केस भी दर्ज होंगे और आरोपी पुलिसकर्मियों को जेल भेजा जाएगा। यह दर्शाता है कि कमिश्नरेट में भ्रष्टाचार को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
निलंबित पुलिसकर्मियों और उनके आरोप
सोमवार को निलंबित किए गए पुलिसकर्मियों के खिलाफ लगे आरोप बेहद गंभीर हैं:
- निरीक्षक शैलेन्द्र सिंह (थाना सिकंदरा): इन्हें विवेचना (जाँच) में रुपयों का लेन-देन करने का दोषी पाया गया। एक पीड़ित ने शिकायत की थी कि उनसे विवेचना को आगे बढ़ाने के लिए रुपयों की मांग की जा रही थी।
- एसआई सुमित राठी (थाना निबोहरा): इन्हें भ्रष्टाचार और आपराधी किस्म के लोगों से मेलजोल रखने के मामले में दोषी पाया गया। इन्होंने भी पीड़ितों से रुपयों की मांग की थी।
- एसआई ज्ञान प्रकाश (थाना फतेहाबाद): इन्हें भ्रष्टाचार एवं विवेचना संबंधी लापरवाही के लिए दोषी पाने पर तत्काल निलंबित किया गया।
पीआरवी और वसूली के मामले
पीआरवी (पुलिस रिस्पॉन्स व्हीकल) पर तैनात कर्मचारियों पर भी जनता से जबरन रुपयों की वसूली करने की शिकायतें आईं, जो जांच में सही पाई गईं।
- मुख्य आरक्षी रिंकू, आरक्षी हरपाल सिंह सिंह और आरक्षी संजीव कुमार (पीआरवी 112 पर तैनात) को जनता से रुपयों की वसूली की शिकायत सही पाए जाने पर निलंबित कर दिया गया।
- उधर, आगरा से संबद्ध 30वीं वाहिनी पीएसी गोंडा के सिपाही राहुल सिंह कुंतल और अलीगढ़ के सिपाही अभिलाख को भी जनता से रुपयों की वसूली के मामले में लाइन हाजिर किया गया है। इनके निलंबन की कार्रवाई के लिए रिपोर्ट संबंधित जिलों में भेजी जाएगी।
शिकायतों का अंबार और कमिश्नर की अपील
पुलिस आयुक्त दीपक कुमार ने जानकारी दी कि भ्रष्टाचार विरोधी हेल्पलाइन नंबर 7839860813 पर हर दिन 100 से अधिक शिकायतें मिल रही हैं। हालांकि, इनमें काफी शिकायतें अन्य विभागों की भी होती हैं।
पुलिस आयुक्त ने आम जनता से अपील की है कि वे केवल आगरा कमिश्नरेट में तैनात पुलिसकर्मियों के भ्रष्टाचार संबंधी शिकायत ही इस हेल्पलाइन नंबर पर दर्ज कराएं। उन्होंने यह भी बताया कि अपनी शिकायत के संबंध में लोग कॉल रिकॉर्डिंग, सीसीटीवी फुटेज, वीडियो फोटो, स्क्रीनशॉट या पैसों के लेन-देन से संबंधित कोई भी साक्ष्य उपलब्ध करा सकते हैं। शिकायत सही मिलने पर त्वरित जांच कर कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। यह हेल्पलाइन आमजन के लिए पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने का एक बड़ा माध्यम बन गई है।
Agra News Today: पुलिसकर्मियों के भ्रष्टाचार पर लगाम! CP Deepak Kumar ने जारी किया Helpline Number

































































































