Agra News उटंगन नदी त्रासदी खत्म: 6 दिन बाद डूबे सभी 12 युवकों के शव बरामद कर लिए गए। सेना, NDRF का सर्च ऑपरेशन समाप्त। सचिन, दीपक, गजेंद्र, हरेश के शव मिले।
Agra News खेरागढ़ स्थित उटंगन नदी में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुए हृदय विदारक हादसे के बाद छह दिनों से चल रहा सेना और एनडीआरएफ (NDRF) का विशाल सर्च ऑपरेशन मंगलवार को पूरा हो गया। 2 अक्टूबर को डूबे गांव कुसियापुर के 12 युवकों में से आखिरी 4 के शव भी बरामद कर लिए गए हैं, जिससे शोक की लहर फैल गई। सभी शव बरामद होने के बाद नदी किनारे मौजूद शोकाकुल परिवारों में कोहराम मच गया। देर रात तक सभी शहीद युवकों के अंतिम संस्कार की तैयारी चल रही थी।
आखिरी दिन का संघर्ष और शवों की बरामदगी
यह त्रासदी 2 अक्टूबर (दशहरा) के दिन हुई थी, जब गांव कुसियापुर के लोग देवी प्रतिमा विसर्जित करने के लिए उटंगन नदी पर गए थे। विसर्जन स्थल पर कुंड बना होने के बावजूद, वे 300 मीटर दूर मरघट के किनारे खनन से बने गहरे गड्ढे में विसर्जन करने चले गए, जहाँ दलदल और गहराई के कारण 12 युवक डूब गए, जबकि एक युवक विष्णु को बचा लिया गया था।
छह दिनों तक चले इस चुनौतीपूर्ण सर्च ऑपरेशन में एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और सेना के स्कूबा डाइवर की स्पेशल टीम रात-दिन लगी रहीं। सोमवार तक 8 शव मिल चुके थे। मंगलवार की सुबह एक बार फिर युद्ध स्तर पर सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया, जिसमें तीन कंप्रेसर की मदद से नदी में बने गड्ढे के अंदर से मिट्टी को हवा के दबाव से हटाने का काम किया गया।
आखिरी दिन शवों की बरामदगी का क्रम इस प्रकार रहा:
- सुबह 10:35 बजे: डूबे हुए सचिन का शव बरामद हुआ।
- दोपहर 12:10 बजे: दीपक का शव मिला।
- लगभग 3 घंटे बाद: गजेंद्र को भी ढूंढ लिया गया।
- सबसे आखिर में: हरेश का शव बरामद हुआ। हरेश गहरे गड्ढे में सबसे नीचे मिट्टी के नीचे दबा हुआ था, जिसे तलाशने के लिए स्कूबा डाइवर को 3 घंटे तक लगातार सर्च ऑपरेशन चलाना पड़ा।
सर्च ऑपरेशन समाप्त, शोक का मंजर
सभी 12 युवकों के शव मिलने के साथ ही छह दिनों से जारी सेना, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ का यह कठिन सर्च ऑपरेशन आधिकारिक तौर पर समाप्त हो गया।
चारों शव मिलने पर नदी के किनारे पर मौजूद परिवार वालों में मातम छा गया और वे फूट-फूट कर रोने लगे। परिजनों को अन्य लोगों ने किसी तरह सांत्वना देकर संभाला। इस दुखद क्षण में घटनास्थल पर जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगाली सहित पुलिस आयुक्त दीपक कुमार और अन्य पुलिस अधिकारी भी मौजूद रहे। पुलिस आयुक्त दीपक कुमार ने सेना, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों द्वारा एक साथ मिलकर चलाए गए इस सफल लेकिन कष्टदायक अभियान की सराहना की।
नदी की त्रासदी: 12 मृतक युवकों के नाम
यह त्रासदी अवैध खनन से बने गहरे गड्ढों की वजह से हुई, जहाँ दलदल और मिट्टी के नीचे शव बुरी तरह फंसे हुए थे। बरामद किए गए सभी 12 मृतक युवकों के नाम इस प्रकार हैं:
ओमपाल (25), गगन (24), हरेश (20), अभिषेक (17), भगवती (22), ओके उर्फ ओकेश (16), सचिन (26), गजेंद्र (17), मनोज (14), वीनेश (18), करन (21) और दीपक (15)।
इन 12 परिवारों का शोक पूरे कुसियापुर गांव और आगरा में मातम बनकर छाया हुआ है।
Agra News Today: उटंगन नदी में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान 14 युवक डूबे, 3 शव मिले, 10 लापता


































































































