
आगरा। आगरा के छह बिल्डर रियल एस्टेट नियामक प्राधिकरण (RERA) के रडार पर आ गए हैं। इन पर RERA का 19.53 करोड़ रुपये से अधिक का बकाया है, जिसके बाद इनके खिलाफ रिकवरी सर्टिफिकेट (RC) जारी कर सख्त कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं। प्रशासन अब इन बिल्डरों की संपत्तियों को नीलाम कर बकाया वसूली की तैयारी में है, और जरूरत पड़ने पर उनकी गिरफ्तारी भी हो सकती है।
यदि आप आगरा में फ्लैट खरीदने का मन बना रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि हो सकता है कि जिस बिल्डर का फ्लैट आप खरीदने जा रहे हैं, उसकी संपत्ति RERA की नीलामी में शामिल हो।
ये हैं वो बिल्डर जिन पर है RERA का बकाया:
- प्रेरणा कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड: ₹13.60 करोड़
- मै. गायत्री डेवलपवेल प्राइवेट लिमिटेड: ₹94.81 लाख
- द्वारिका रेजीडेंसी प्राइवेट लिमिटेड: ₹55 लाख
- श्रीजी इंफ्राहाउस लिमिटेड: ₹19.32 लाख
- रामरघु बिल्ड वेल: ₹38.30 लाख
- नालंदा बिल्डर्स एंड डेवलपर्स लिमिटेड: ₹14.60 लाख
सदर तहसील के एसडीएम सचिन राजपूत ने बताया कि बकाया वसूली के लिए इन बिल्डरों की संपत्ति कुर्क कर नीलामी की जाएगी। कुछ फरार बिल्डरों की तलाश कर गिरफ्तारी के भी प्रयास किए जा रहे हैं।
इन शिकायतों पर जारी हुईं 20 RC
RERA में डेढ़ दर्जन से अधिक फ्लैट खरीदारों ने इन बिल्डरों के खिलाफ शिकायतें दर्ज कराई थीं। इनमें सबसे ज्यादा 9 RC गायत्री डेवलपवेल के खिलाफ, जबकि प्रेरणा कंस्ट्रक्शन और श्रीजी इंफ्राहाउस के खिलाफ 3-3, द्वारिका रेजीडेंसी और रामरघु बिल्ड वेल के खिलाफ 2-2, और नालंदा बिल्डर्स के खिलाफ एक RC जारी हुई है। यह दर्शाता है कि इन बिल्डरों ने ग्राहकों को समय पर फ्लैट नहीं दिए या अन्य वादों का पालन नहीं किया।
गायत्री डेवलपवेल के निदेशक हरिओम दीक्षित ने कहा
इस मामले पर गायत्री डेवलपवेल के निदेशक हरिओम दीक्षित ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि उन्हें अपनी सभी RC (रिकवरी सर्टिफिकेट) के बारे में जानकारी है। उन्होंने बताया कि वे पहले भी RC खत्म कर चुके हैं और पिछले हफ्ते भी उन्होंने एक RC की बकाया राशि जमा की है, जिसके कागजात वे जल्द ही तहसील में जमा करेंगे। हरिओम दीक्षित ने यह भी आश्वासन दिया कि वे अगले 4-5 महीनों में सभी RC की राशि जमा करके RERA का पूरा बकाया खत्म कर देंगे।