Agra News शहर में अपराध और दबंगई का बोलबाला खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। ₹15,000 के इनामी बदमाश ने जेल से छूटते ही भाजपा मंडल संयोजक के स्वजन को जान से मारने की धमकी देकर अपनी दबंगई का खुलेआम प्रदर्शन किया है। भाजपा नेता ने इस घटना के बाद आरोपी सहित छह नामजद और छह अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल कार्रवाई शुरू कर दी है।
जेल से रिहा होते ही शुरू हुई दबंगई
भाजपा मंडल संयोजक पिंटू गुप्ता ने दर्ज मुकदमे में विस्तार से जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि इस मामले का पुराना इतिहास है। पिछली 9 फरवरी को कुछ दबंगों ने उनके पूर्वांचल ट्रांसपोर्ट में घुसकर हमला किया था। इस मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपित विशाल ठाकुर पर ₹15,000 का इनाम घोषित किया था। पुलिस ने बाद में विशाल ठाकुर को एत्माद्दौला पुलिस ने 2 जुलाई को लखनऊ से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
अब मंगलवार को जेल से रिहा होते ही विशाल ठाकुर ने अपनी पुरानी हरकतों को फिर से दोहराना शुरू कर दिया। जेल से बाहर आते ही उसने अपने साथी सचिन भदौरिया, पप्पू, मिलन ठाकुर, दीपक ठाकुर, अनु भदौरिया और छह अन्य अज्ञात लोगों के साथ पिंटू गुप्ता के घर पहुँच गया।
फिल्मी अंदाज में निकाला जुलूस, स्वजन को दी धमकी
पिंटू गुप्ता ने आरोप लगाया कि जिस समय दबंग उनके घर पहुंचे, उस समय वे घर पर मौजूद नहीं थे। आरोप है कि दबंगों ने घर पर मौजूद स्वजन से गाली गलौज की। जब स्वजन ने इसका विरोध किया, तो दबंगों ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी और वहाँ से भाग गए। पिंटू गुप्ता ने अपने मुकदमे में यह भी आरोप लगाया कि ये आरोपित पहले भी कई बार उन पर और उनके परिवार पर हमला कर चुके हैं।
इससे भी चौंकाने वाली बात यह है कि जेल से निकलते ही विशाल ठाकुर ने फिल्मी अंदाज में जुलूस निकाला और खुलेआम अपनी दबंगई का प्रदर्शन किया। इस जुलूस का वीडियो इंटरनेट पर तेजी से प्रसारित हो रहा है, जो शहर की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करता है। इस तरह से सरेआम दबंगई का प्रदर्शन करना यह दिखाता है कि अपराधी तत्वों में पुलिस और कानून का खौफ खत्म हो चुका है।
पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा
मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। डीसीपी सिटी सोनम कुमार ने बताया कि भाजपा मंडल संयोजक पिंटू गुप्ता की शिकायत पर मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित कर दी गई हैं। पुलिस सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रहे वीडियो की जाँच भी कर रही है ताकि सभी आरोपितों की पहचान सुनिश्चित की जा सके और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके। यह देखना होगा कि पुलिस कितने समय में इस ₹15 हजारी इनामी को दोबारा गिरफ्तार करके जेल भेजती है और शहर में कानून का राज स्थापित करती है।
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