आगरा। आगरा में पुलिस पर केस दर्ज न करने का आरोप लगाने वाले एक पार्षद को एसीपी लोहामंडी मयंक तिवारी ने सीधे तौर पर झूठा बताया है। एसीपी का कहना है कि जिस मामले में पार्षद ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया, उसमें शिकायत मिलते ही एफआईआर दर्ज कर ली गई थी।
मामला एक लापता लड़की का है, जिसकी माँ ने 14 सितंबर को चौकी सराय ख्वाजा पर शिकायत दर्ज कराई थी। माँ ने पुलिस को बताया कि उनकी बेटी ने उन्हें फोन कर रोहता नहर पर खड़े होने की सूचना दी थी। पुलिस टीम तुरंत माँ के साथ मौके पर पहुँची और लड़की को सकुशल बरामद कर लिया।
पुलिस के अनुसार, माँ ने बताया था कि उनकी बेटी एक महीने पहले घर से चली गई थी और वह चार दिन पहले भी अपनी बहन के साथ उससे मिलने मलपुरा गई थीं, लेकिन बेटी ने उनके साथ आने से मना कर दिया था। पुलिस ने जब महिला से रिपोर्ट दर्ज कराने को कहा, तो उसने अपने पति से बात करने के बाद ही फैसला लेने की बात कही थी।
17 सितंबर को जब क्षेत्रीय पार्षद उस महिला और उसकी बेटी के साथ थाने पहुँचे और पुलिस पर मुकदमा दर्ज न करने का आरोप लगाया, तो एसीपी ने थाना इंचार्ज से मामले की जानकारी ली। थाना इंचार्ज ने बताया कि तहरीर मिलते ही केस दर्ज कर लिया गया था। एसीपी मयंक तिवारी ने स्पष्ट कहा कि पार्षद ने पुलिस पर गलत और भ्रामक आरोप लगाए हैं।


































































































